किताबे अमूमन ही किसी की भी सच्ची दोस्त हो सकती हैं. यह सही कहा गया है कि जब तक किताबें हैं तब तक इंसान बोर नहीं हो सकता. होगा भी कैसे? इतना सब कुछ पढने के लिए जो रखा है दुनिया में. और सोचिये ऐसा कोई बढ़िया सा सुकून देने वाला कैफ़े हो जो जहाँ आप चाय या काफी की चुस्कियों के साथ ही अनगिनत किताब के पन्नों को भी पलट सकते हैं. तो आइये बताते हैं आपको ऐसी ही कुछ बुक केफे के बारे में जहां आप कुछ अच्छा समय अपने दोस्तों के साथ या फिर अकेले अपनी किताब के साथ बिता सकते हैं.
किताबखाना, मुंबई
शहर के कोलाबा में फ्लोरा फाउंटेन के पास स्थित, जब इस जगह जाएंगें तो शायद वापस आने का आपका मन न करे. जब आप किताब खाना की पुरानी बिल्डिंग की ओर बढेंगें तो आपको एक अलग ही एहसास होगा. बड़ा सा हॉल और सब जगह सिर्फ किताबें ही किताबें. और जब आप थोडा आगे जाएंगें तो एक छोटा सा कैफ़े पाएंगें. किताबों की खरीदारी के बाद अमूमन एक चुस्की चाय की ताजगी भर देगी.