पहले T 20 और उसके बाद एकदिवसीय श्रृंखला हारने के बाद भारत पर बहुत दबाव था.
सबसे बड़ा दबाव था कि कहीं घर में सूपड़ा साफ़ ना हो जाए.
नए कप्तान विराट कोहली भी दबाव में थे, एक तो नयी नयी जिम्मेदारी दूसरा सामने दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम.
वो दक्षिण अफ्रीका जो पिछले 9 सालों में एक भी टेस्ट श्रृंखला नहीं हारी थी और जिस तरह की फॉर्म में उनकी टीम थी उसे देख कर लग रहा था कि वो इस बार भी नहीं हारने वाली है.