लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम से तो शायद ही कोई ऐसा होगा जो वाकिफ़ नहीं होगा.
सरदार पटेल का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता. आज़ादी के बाद प्रधानमंत्री बनने के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार सरदार पटेल ही थे लेकिन वो कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाए ये देश का दुर्भाग्य ही रहा.
आज़ादी के बाद जब देश में तमाम छोटी बड़ी रियासतों की वजह से बिखरने के कगार पर था, उस समय सरदार पटेल ही थे जिन्होंने अपने बुद्धि चातुर्य से देश को बिखरने से बचाया और रियासतों को एक करने का काम किया.
आइये आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्मतिथि पर आपको बताते है सरदार पटेल के चरित्र की कुछ विशेषताएं जो बताती है कि क्यों वो देश के सर्वश्रेष्ठ प्रधानमन्त्री बन सकते थे.