भाई बहन का रिश्ता दुनिया के सबसे खूबसूरत रिश्तों में से एक माना जाता है.
ज़रा सोचिये जिस बहन की रक्षा का वचन राखी पर दिया था क्या कोई भाई अपनी उसी बहन को बेदर्दी से मार सकता है ?
जीन्स पहनने पर बहन का क़त्ल, तालिबान नहीं ये भारत की कहानी है.
जी हाँ ये सच है.
एक भाई ने अपनी बहन को बेदर्दी से इतना पीटा कि बहन की जान ही निकल गयी.
ये घटना तालिबान या फिर किसी कट्टर नियम कानून वाले देश की नहीं हमारे भारत की ही है. भारत में भी ये घटना खाप के लिए कुख्यात हरियाणा की नहीं आम तौर पर उदार माने जाने वाले महाराष्ट्र की है.
कोल्हापुर ज़िले में एक 19 वर्षीय भाई ने अपनी बहन को बुरी तरह पीटा. कारण था कि बार बार टोकने के बाद भी उसकी 17 वर्षीय बहन ना सिर्फ लड़कों से बात करती थी बल्कि जीन्स भी पहनती थी.
इस मामूली बात पर दोनों की एक दिन कहासुनी हो गयी और गुस्से में आकर भाई ने अपनी बहन को मारना शुरू कर दिया. गुस्से में वो इतना अँधा हो गया था कि उसे सुध ही नहीं रही की कब उसकी बहन होश खोकर गिर पड़ी.
परिवार वालों को पता चलने पर उस लड़की को अस्पताल ले जाया गया जहाँ काफी कोशिशों के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका.
पुलिस ने लड़के को गिरफ्तार कर लिया है, परिवार वालों के अनुसार लड़का मानसिक रूप से बीमार था और बहुत दिनों से अवसाद का शिकार था.
ये और इस तरह की न जाने कितनी हत्याएं सवाल खड़ा करती है कि संस्कृति की गुहार लगाने वाले इतने क्रूर कैसे हो सकते है कि कपड़ों को लेकर अपनी बहन की हत्या कर दें.
क्या यही सिखाता है धर्म,संस्कृति? अगर धर्म संस्कृति और परम्परा का नाम इस तरह वहशी बन जाना है तो इस तरह की झूठी संस्कृति को कचरे के डब्बे में फेंक देना चाहिए.
प्रेम विवाह पर हत्या, कपडे पहनने पर हत्या, किसी से बात करने पर रोक क्या है ये सब ?
इतनी संकीर्ण सोच तो शायद आदिकाल में भी नहीं थी.
संस्कृति के ठेकेदार बनने का जो ढोंग करते है, उनका काम संस्कृति को बचाना नहीं उसके नाम पर बस अपना उल्लू सीधा करना होता है.