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आईए देखते है किन फ़िल्मों में बॉलीवुड स्टार्स ने निभाए रियल लाईफ किरदार

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यूं तो सिल्वर स्क्रीन पर हम कई ऐसे कैरेक्टर्स देखते है जो कि काल्पनिक होते है.

लेकिन कहीं ना कहीं हम उनसे जुड़ाव महसूस करते है. जब हम काल्पनिक पात्रों में ही वास्तविकता ढूंढने लगते है तो बात अगर रीयल कैरेक्टर की हो तो बात अलग ही होगी. अब देखिए बॉलीवुड में तो रियल लाईफ़ कैरेक्टर से प्रेरित होकर कई किरदार गढ़े जा रहे है  जिन्हें पसंद भी खूब किया जा रहा है.

भारतीय सिनेमा की शुरुवात में ही मशहूर ऐतिहासिक पात्रों को लेकर कई फ़िल्में बनीं जो कि सफल भी रही.

आज भी कई फ़िल्मकार को प्रेरित करने में रियल लाईफ किरदार सफल रहे है, चाहे वो सोशल एक्टिविस्ट हो या फिर खेल या फ़िल्म से जुड़ी मशहूर हस्ती या फिर एक आम आदमी.  हाल ही में सक्सेस के कई रिकार्ड तोड़ रही फ़िल्म बजरंगी भाईजान में  भी नवाफजुद्दीन सिद्दकी ने रियल लाईफ से इंस्पायर कैरेक्टर निभाया  है.

लिस्ट लंबी है कई रियल लाईफ किरदार बॉलीवुड फ़िल्मों की प्रेरणा बनीं है.

आईए देखते है असली पात्रों पर गढ़ी गई फ़िल्मों  के बारे में.

बजरंगी भाईजान-

बॉक्स ऑफिस पर कमाई के सारे रिकार्ड तोड़ रही है फिल्म बजरंगी भाईजान में पाकिस्तानी पत्रकार चांद नवाब को इन्सपिरेशन बनाया गया है जिन्होंने कभी एक ही बात को 20 बार दोहराया था. इनका वीडियो युट्युब पर वायरल हो गया था. इस कॉमिक सिचुएशन को बड़े एक बार फिर दोहराया है नवाजुद्दिन सिद्दकी ने जिन्होंने इस फ़िल्म में एक पत्रकार का रोल किया है जो कि चांद नवाब से प्रेरित बताया जा रहा है.

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हवाईजादा

हाल में रीलिज़ हुई फ़िल्म हवाईजादा में आयुषमान खुराना ने शिवकर बापूजी तलपड़े का किरदार निभाया था. वैसे तो हवाई जहाज के इनोवेशन का क्रेडिट राइट ब्रदर्स को दिया जाता है जिन्होंने 1903 में ये एरोप्लेन का अविष्कार किया था. फ़िल्म ‘हवाईजादा’ में बताया गया है कि शिवकर बापूजी तलपदे ने राइट ब्रदर्स से आठ वर्ष पहले 1895 में पहला प्लेन बना दिया था. इस विमान का नाम मारुतसखा था.

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शाहिद-

ये फ़िल्म बेस्ड थी शाहिद आजमी की लाईफ पर जो कि ह्युमन राईट एक्टिविस्ट और एक वकिल थे जिनकी साल 2010 में हत्या कर दी गई थी. इस फ़िल्म को टोरंटो फ़िल्म फेस्टीवल में भी प्रदर्शित किया गया था. रियल लाईफ से इंस्पायर इस फ़िल्म में राजकुमार राव ने शाहिद का रोल किया था.

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मैरी कॉम

प्रियंका चोपड़ा ने मैरी कॉम ने एक महिला बॉक्सर का रोल प्ले किया था. जो कि विश्व चैम्पीयन रह चुकी है इस फिल्म में मैरी कॉम के एक बॉक्सर के तौर पर संघर्ष को दिखाया गया है और साथ ही ये दिखाया गया है कि शादी के बाद भी कोई महिला कैसे सक्सेस पा सकती है.

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भाग मिल्खा भाग

इस फ़िल्म में फरहान अख्तर ने एथलिट का रोल प्ले किया था जो कि एथलिट मिल्खा सिंह के किरदार से इन्सपायर था. जो कि एक नेशनल चैम्पियन रनर और ओलम्पियन थे. रियल लाईफ से इन्सपायर इस फि़ल्म ने 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की जिसकी वजह से और भी फ़िल्ममेकर्स को रियल लाईफ से इन्सपायर फ़िल्म बनाने की प्रेरणा मिली. फ्लाईंग सिख के किरदार के लिए फरहान अख्तर को काफी तारीफे मिली.

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पान सिंह तोमर

ये फ़िल्म पान सिंह नाम के एक डाकू के जीवन पर बनीं थी. पान सिंह तोमर इंडियन आर्मी में काम कर चुके थे और साथ ही नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल विनर भी थे इसके बावजूद भी इसे हालात की मार ही कहेंगे कि उन्हें अपनी जमीन ही जमीन को पाने के लिए कोई सरकारी सहायता नहीं मिली और आखिरकार उन्हें अपना अधिकार पाने के लिए डाकू बनना पड़ा. पान सिंह का रोल इरफान खान ने निभाया था. इस फ़िल्म को शुरुआत कुछ खास नहीं मिली थी लेकिन क्रिटीकली एप्रिशिएट किए जाने के बाद इस फ़िल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ने रफ्तार पकड़ी. चंबल के बागी डाकू के रोल के इरफान खान को कई अवार्ड्स भी मिले थे.

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रंग रसिया

इस फ़िल्म में रणदीप हुड़ा ने फ़ेमस पेंटर राजा रवि वर्मा का रोल किया था. राजा रवि वर्मा 19 वीं सदी के एक ऐसे पेंटर थे जिन्होनें अपने ब्रश और रंगो के सहारे एक स्त्री के विविध रुपों को केनवस पर उतारा था. राजा रवी वर्मा दुनिया के मशहूर पेंटर्स में से एक है.

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द डर्टी पिक्चर

इस फ़िल्म के लिए विद्या बालन ने पहली बार सिल्वर स्क्रिन पर जमकर एक्सपोज किया था. वजह थी रोल की डिमांड इस फ़िल्म में उन्होने साउथ की एक्ट्रेस सिल्क स्मिता का रोल किया था जो कि अपनी बोल्ड मूवीज की बदौलत काफी मशहूर बन गई थी लेकिन अपनी जिंदगी अच्छी तरह से जीने से पहले ही वो दुनिया से कूच कर गई माना जाता है कि उन्होने आत्महत्या की थी.इस फ़िल्म के लिए विद्या को नेशनल अवार्ड भी मिला था.

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वो लम्हे

कहा जाता है कि ये फ़िल्म महेश भट्ट और परवीन बॉबी की रियल लव स्टोरी पर बेस्ड थी. इस फ़िल्म में परवीन बॉबी ने एक सिज़नोफ्रेनिक पेंशेट का रोल किया था.

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गुरु

कहा जाता है कि ये फ़िल्म धीरुभाई अंबानी की लाईफ से इन्सपायर थी जिन्होंने एक आम आदमी से भारत के सबसे मशहूर और अमिर बिजनेसमेन बनने का सफर तय किया था. अभिषेक और ऐश की जोड़ी से सजी इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा परफार्म किया था.

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शहीद और लिजेंड ऑफ भगत सिंह

ये दोनों ही फ़िल्में क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह के जीवन पर आधारित थी साथ ही राजगुरु और सुखदेव जो कि आजादी की लड़ाई में उनके प्रमुख सहयोगी थे  इनके योगदान को भी इस फि़ल्म में दिखाया गया था. शहीद में मनोज कुमार  ने तो वहीं लिजेंड ऑफ भगत सिंह में अजय देवगन ने भगत सिंह का रोल प्ले किया था. इस फ़िल्म के लिए अजय देवगन को जख्म के बाद दूसरा नेशनल अवार्ड मिला था.

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गांधी

वैसे तो अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी के किरदार को कई फ़िल्मों में दिखाया गया है लेकिन रिचर्ड एडिनबरों की फ़िल्म गांधी महात्मा के जीवन पर बनीं मील का पत्थर मानी
जाती हैं.

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बैडिंट क्वीन

इस फिल्म में सीमा बिस्वास ने फूलन देवी का रोल प्ले किया था. जो अपने साथ हुए अत्याचार का बदला लेने के लिए डकैत बन जाती हैं बाद में सरेंडर करके पॉलिटिक्स में आती है. यानि इस फ़िल्म में एक बागी से राजनैतिक बनने के सफर को दिखाया गया है.

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अजहर

फ़िल्म जन्नत में एक बुकी का किरदार निभाने के बाद इमरान हाशमी एक क्रिकेटर का रोल प्ले करने जा रहे है. अजहर नाम की फ़िल्म में वो क्रिकेटर अजहरउद्दीन का रोल प्ले करने वाले है जिनका करियर मैच फ़िक्सिंग के आरोप लगने के बाद एकदम से ढलान पर आ गया था.

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सरबजीत

ये फि़ल्म सरबजीत के किरदार के ईर्द गिर्द घुमती है जो गलती से भारतीय सरहद पार करके पाकिस्तान पहुंच गए थे और बिना किसी क्राईम के ही जेल में बंद थे. इनकी रिहाई के लिए इनके परिवारवालों ने भी काफी कोशिश की लेकिन इससे पहले ही इनकी जेल में मौत हो गई थी

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कहीं कोई रियल किरदार पूरी फ़िल्म का हिस्सा बनकर उसे बॉयोपिक का नाम दे देता है, तो कहीं एक छोटे से किरदार के लिए इन्सपिरेशन बन जाता है.कुल मिलाकर इस रियल लाईफ किरदार को जब रील पर उतारा जाता है तो फ़िल्म को ना सिर्फ कमर्शियल सक्सेस मिलने की गुजाईंश बढ़ जाती है बल्की क्रिटिकल एप्रिसिएशन भी मिलता है.

इसके साथ ही घिसी पिटी कहानी के बजाए आडियंस भी रियल स्टोरी को रुपहले परदे पर देखना पसंद करती हैं.