कात्यायनी
महर्षि कात्यायन के घर जन्म लेने के कारण देवी के इस स्वरूप को कात्यायनी कहा जाता है. नवरात्रि के छठे दिन इनकी पूजा की जाती है. देवी कात्यायनी का जन्म महिषासुर के वध के लिए हुआ था. सप्तमी,अष्टमी और नवमी तक साधना करने के बाद दसमी के दिन माता ने महिषासुर का वध किया था.