४. शिव कुमार (शीन काफ निज़ाम).
शिव कुमार राजस्थान के रहिवासी हैं. शीन काफ निजाम इनका उपनाम है.
उनकी किताबें, ‘गुमशुदा दैर की गूंजती घंटियाँ’ और ‘सायों के साए में’ उर्दू और हिंदी साहित्य का निचोड़ हैं. स्वयं गुलज़ार साहब भी इनके प्रशंसकों में से एक हैं. लेकिन इनके साहित्य को इतना अनावरण प्राप्त नहीं हुआ जितना मिलना चाहिए था. यह अब भी राजस्थान में रहते हैं और वहाँ के महान साहित्यकारों में से एक हैं. उर्दू नज्में और कविताएँ इनके कार्यक्षेत्र हैं.