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तस्वीरें : 5000 साल पुराने इस भारतीय शहर की 18 ख़ास बातें

वाराणसी को भारत का प्राचीनतम शहर माना जाता है. वाराणसी को काशी भी कहते हैं.

आज भी हम लोग वाराणसी की रोचक बातें नहीं जानते हैं. वैसे इस शहर के इतिहास में जब आप डुबकी लगायेंगे तो आपको ना जाने कौन-सा ज्ञान कब मिल जायेगा.

आज आप वाराणसी के अद्भुत ज्ञान और इस शहर की ऐतिहासिक बातों से वाकिफ होने वाले हैं.

तो बदलते जायें तस्वीर और पढ़ते जायें, वाराणसी की रोचक बातें –

1. वाराणसी को शिव की नगरी के नाम से भी जाना जाता है. एक सर्वे के अनुसार गूगल पर विदेशी लोगों द्वारा खोजे जाने वाला सबसे प्रमुख भारतीय शहर है. वाराणसी को काशी के नाम से भी जाना जाता है.

2. भारत के प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद में भी वाराणसी का जिक्र किया हुआ है. वहीँ दूसरी तरफ ऋग्वेद यूनेस्कों की सबसे पुरानी किताबों में शामिल है.

3. वाराणसी को ऋग्वेद में 5000 साल से भी पुराना शहर बताया गया है. हालांकि हिन्दू इतिहास के अनुसार 10 हजार वर्ष पूर्व हुए कश्यप ऋषि के काल से ही वाराणसी का अस्तित्व रहा है.

4. दो नदियों वरुणा और असि के मध्य बसा होने के कारण इसका नाम वाराणसी पड़ा. संस्कृत पढ़ने के लिए प्राचीनकाल से ही लोग वाराणसी आया करते थे.

5. गोस्वामी तुलसीदास ने हिन्दू धर्म का परम-पूज्य ग्रंथ रामचरितमानस यहीं लिखा था और गौतम बुद्ध ने भी अपना प्रथम प्रवचन वाराणसी के नजदीक ही दिया था.

6. कुछ जगह लिखा है कि भगवान इंद्र ने दिवोदास के शत्रु शंबरासुर का वध करके, वाराणसी या काशी नामक पूरी का निर्माण किया था.

7. स्कंद पुराण के काशी खण्ड में नगर की महिमा 15,000 श्लोकों में कही गयी है. एक श्लोक में भगवान शिव कहते हैं: तीनों लोकों से समाहित एक शहर है, वाराणसी (काशी) यही मेरा निवास स्थान है.

8. आत्मा के सम्पूर्ण ज्ञान को अगर कहीं प्राप्त किया जा सकता है तो वह नगरी वाराणसी, काशी या कहो बनारस ही है.

9. यहाँ के लोग आज भी अपने मस्तमौला व्यवहार के लिए ही प्रसिद्ध हैं. यह लोग चिंता करते नहीं हैं बल्कि चिंता देते हैं.

10. वाराणसी को ना जाने कितने चित्रकारों ने अपने रंग से कागज पर उतारा है. प्राचीन समय से ही चित्रकार और लेखक लोगों का यह अड्डा रहा है.

11. शास्त्र मतानुसार जब मनुष्य की मृत्यु हो जाती है तो मोक्ष हेतु मृतक की अस्थियां यहीं पर गंगा में विसर्जित की जाती हैं.

12. प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेन त्सांग ने भी इस शहर का जिक्र अपने यात्रा विवरण में किया है. इनके अनुसार यह नगर धर्म और भारत की सच्ची विरासत था.

13. यहाँ की गंगा आरती को देखने के लिए विश्वभर से लोग आते हैं. यह आरती सदियों से होती आ रही है.

14. आज वाराणसी इस लिए भी प्रमुख है क्योकि यह स्थान देश के प्रधानमंत्री का लोकसभा क्षेत्र भी है.

15. संस्कृत को अगर आज किसी शहर ने जिन्दा रखा है तो उनमें एक प्रमुख शहर यही है.

16. गली-गली और चार कदम पर आप यहाँ हिन्दू धर्म की एक नई झलक प्राप्त कर लेंगे और हर बार आपको यहाँ जाने पर नया ही लगेगा.

17. इस शहर को लूटने और बर्बाद करने के कई प्रयास हुए, 1194 में तो शहाबुद्दीन गौरी ने इसको लूटा और मुग़लकाल में इसका नाम ही मुहम्दाबाद रख दिया गया था.

18. लेकिन वाराणसी ने यह सिद्ध किया कि अगर तुम धर्म की रक्षा करते हो तो धर्म तुम्हारी रक्षा करता है.

तो ये थी वाराणसी की रोचक बातें – अगर आप इस पवित्र हिन्दू नगरी वाराणसी में कभी नहीं गये हैं तो एक बार यहाँ जरूर जायें. आत्मा का परमात्मा से मिलन यहाँ जल्द संभव होता है.

Chandra Kant S

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Chandra Kant S

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