अनोखा पासपोर्ट – आमतौर पर पासपोर्ट तो सभी के पास होता है, मगर एक पासपोर्ट बहुत खास है और वो इतना खासा है कि दुनिया में सिर्फ 500 लोगों के पास ही है यह.
कहां का है ये पासपोर्ट और क्यों है ये इतना खास ये सोचकर ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है.
हम आपके सारे सवालों का जबाव दे रहे हैं.
दरअसल, जर्मनी के पासपोर्ट को दुनिया में सबसे पॉवरफुल बताया जाता है.
इस पासपोर्ट के माध्यम से कोई भी शख्स 177 देशों की यात्रा बिना वीजा के फ्री में ही कर सकता है.
लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पासपोर्ट के बारे में बताने जा रहे हैं जो दुनिया में बेहद कम लोगों के पास ही उपलब्ध है. इस पासपोर्ट की खासियत जानकर आप भी इसे दुनिया का बेस्ट पासपोर्ट कहेंगे. दरअसल, सोवेरियन मिलिट्री आर्डर ऑफ माल्टा (Order of Malta) नामक संस्था इस पासपोर्ट को मुहैया कराने का काम करती है. इस पासपोर्ट को देने के पीछे की वजह (कैथोलिक) विश्वास की रक्षा और गरीबों को सहायता प्रदान करना होता है. यह संस्था अभी 120 देशों में सक्रिय है, जहां यह लोगों को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाती हैं. यह अपने सामाजिक और मानवीय प्रयासों के जरिए लोगों की देखभाल करते हैं. यही वजह है कि ये पासपोर्ट दुनिया में केवल 500 लोगों के पास ही उपलब्ध है.
यह अनोखा पासपोर्ट कैथोलिक क्रमवार दिया गया है. जिन्हें पोप पाश्चल ने चिन्हित किया था.
यह ईसाई सभ्यता की सबसे पुरानी संस्थाओं में से एक है. यह तटस्थ है और गैर राजनीतिक तक समिति है जिसका मुख्य मकसद केवल मानवतावादी मसले हैं. इस पासपोर्ट के साथ एक समय सीमा भी बंधी हुई रहती है. यह पासपोर्ट केवल 4 वर्षों तक ही वैलिट होते हैं. 1798 में माल्टा के द्वीप को खोने के बाद से, इस सैन्य क्रम की संप्रभु भूमि रोम में दो अतिरिक्त-क्षेत्रीय संपत्तियों तक सीमित है, जहां से यह अपनी डाक टिकट, मुद्रा और पासपोर्ट जारी करता है.
ये खास अनोखा पासपोर्ट सिर्फ खास और ज़रूरतमंद गरीबों की मदद के लिए है. उस संस्था का काम वाकई सराहनीय है जो लोगों की मदद के लिए पासपोर्ट देती है.