कहते हैं कि जब दो लड़कियां आपस में मिल जाती हैं तो वो अपनी बातों में इतना मशगूल हो जाती हैं कि उन्हें पता ही नहीं चल पाता कि कब सुबह से शाम हो गई. लड़कियों की खास बात तो यह है कि जब वो बोलना शुरू करती हैं तो फिर उनका मुंह बंद कराना काफी मुश्किल हो जाता है.
हाल ही में हुए एक रिसर्च में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि लड़कियों की बात करने की क्षमता लड़कों से काफी ज्यादा होती है. इसके साथ ही यह बताया गया है कि लड़कियां कभी भी किसी भी मुद्दे पर बातें कर सकती हैं और अपने आस-पास के लोगों को इंटरटेन कर सकती हैं.
इस रिसर्च के अलावा हम आपको बताने जा रहे हैं वो पांच कारण जो ये बताते हैं कि आखिर क्यों लड़कियां लड़कों के मुकाबले ज्यादा और घंटों तक बातें कर सकती हैं.
क्या कहता है रिसर्च
यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में बताया है कि महिलाओं के मस्तिष्क में ‘फॉक्सपी 2’ नाम का लैंग्वेज प्रोटीन पुरुषों की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा पाया जाता है.
इस लैंग्वेज प्रोटीन के चलते ही महिलांए किसी भी विवादास्पद मुद्दे या किसी भी सोशल मुद्दे पर होनेवाली बात को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलाती हैं. आपको बता दें कि पुरूषों की अपेक्षा महिलाएं 19 गुना ज्यादा बात करती हैं.
1- बातों का स्टॉक खत्म नहीं होता
एक ओर जहां पुरुष गंभीर और शांत स्वभाव के होते हैं तो वहीं महिलाओं का स्वभाव बहुत चंचल होता है. महिलाओं के पास छोटी-छोटी और इधर-उधर की बातें इतनी ज्यादा होती हैं कि घंटों बात करने के बाद भी उनकी बातों का स्टॉक खत्म ही नहीं होता है.
2- गॉसिप करने में आता है मजा
महिलाओं को गॉसिप करने में बहुत ज्यादा मजा आता है इसलिए उन्हें जब भी थोड़ी सी फुर्सत मिलती है वो गॉसिप करने में जुट जाती हैं. गॉसिप में वो काम की बातें कम और इधर-उधर की बातें ही करती दिखाई देती हैं.
3- भावनाओं में बहकर करती हैं बातें
पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा कोमल और भावुक होती हैं इसलिए कई बार वो भावनाओं में बहकर सीक्रेट से सीक्रेट बात भी दूसरों के सामने बता देती हैं. भावनात्मक रुप से कमजोर महिलाएं अक्सर ज्यादा बातें करती हैं और दिल में जो भी बात दबी होती है वो बोल जाती हैं.
4- अपनी आदत से होती हैं मजबूर
पुरुषों में अक्सर देखा गया है कि उन्हें जितना काम होता उतनी ही बात करते हैं लेकिन महिलाओं के मामले में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. दरअसल महिलाएं बात करने के लिए अपना सारा काम काज भी छोड़ सकती हैं क्योंकि उन्हें ज्यादा बात करने की आदत होती है और वो अपनी इस आदत के आगे मजबूर हो जाती हैं.
5- उन्हें नहीं आता है चुप रहना
बहुत ही कम ऐसी महिलाएं होती हैं जो थोड़ी देर के लिए अपनी जुबान पर ताला लगाकर रख सके. क्योंकि अधिकांश महिलाएं चुप रह ही नहीं सकती हैं. एक छोटे से मुद्दे पर भी वो घंटों तक बात कर सकती हैं क्योंकि उन्हें चुप रहना ना तो आता है और ना ही उन्हें ये पसंद है.
महिलाएं कितनी बातूनी होती है ये तो सभी जानते हैं लेकिन उसके पीछे के इस रिसर्च की हकीकत को जानने के बाद अब आप भी समझ गए होंगे कि लड़कियां ये सब जानबूझकर नहीं करती बल्कि ज्यादा बात करना उनके स्वभाव में ही है.