भारतीय सेना दुनिया की सबसे सशक्त सेनाओं में से एक है.
पश्चिम की तरफ पाकिस्तान और पूरब की तरफ चीन जैसे देश होने के कारण भारतीय सेना को हमेशा तैयार रहने की ज़रुरत होती है. यह ज़रुरत हमारे देश की रक्षा के लिए तैनात हमारे जवान पूरी कर देते हैं.
यह सूची उन मिलिट्री बेस कैम्पों की है जो देश के सबसे खतरनाक इलाकों में स्थित हैं. यह इलाके दोनों, ‘मौसम’ और पडोसी देशों के हमलों की वजह से खतरनाक हैं.
यह सूची ऐसे 5 इलाकों की है.
1. सिआचिन ग्लेशियर
−50 °C तक नीचे गिर जानेवाला तापमान और पाकिस्तानी घुसपैठियों के हमलों के बीच भारतीय सेना के जवान सिआचिन इलाके में अपनी जान की बाज़ी लगाए तैनात रहते हैं. इन्हीं जवानों की बदौलत भारत ने 1,000 स्क्वायर मील (3,000 की.मी2) का क्षेत्र अपने कब्ज़े में कर लिया है.
2. LOC. (लाइन ऑफ़ कंट्रोल)
LOC, लाइन ऑफ़ कंट्रोल भी कहा जाता है. यह 540 की.मी लंबा बॉर्डर है जहां BSF के जवान अपनी जान की बाज़ी लगाए हमेशा तैनात रहते हैं. LOC जम्मू और कश्मीर, पंजाब, राजस्थान से गुज़रते हुए गुजरात में ख़त्म होता है.
3. रण.
रण का मौसम भारत के सबसे प्रतिकूल वातावरणों में से एक है. 50 °C तक का तापमान बड़े से बड़े हौसले पिघाल देता है लेकिन भारत के जवानों का हौसला है ही इतना सख्त कि रण का मौसम भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता. इसी तैनाती के कारण पाकिस्तानी घुसपैठिये अब यहाँ के रास्ते को देखते तक नहीं हैं.
4. तवांग और अरुणाचल प्रदेश.
1962 में मिली शिकस्त के कारण भारत ने अरुणाचल प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा गवा दिया. इस इलाके में चीन से हो रहे हमले का मुहतोड़ जवाब बाकायदा दिया जाता है. लगातार हमले होते रहने के कारण यह इलाका नर्क से कम नहीं है. भारतीय सेना के जवानों का कोई जवाब नहीं क्योंकि वे बिना थके चौबीसों घंटे तैनात रहते हैं.
5. भारतीय नौसेना, अरब सागर.
भारतीय नौसेना का दबदबा सारे के सारे अरब सागर पर कायम है. फिर चाहे वह दुश्मन कैसा भी हो, भारतीय नौसेना उसे हराने में सशक्त है. दुनिया की सबसे सुसज्जित नौसेनाओं में से एक भारतीय नौसेना ने अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के कई हिस्से अपने सैन्य बल से पूरी तरह से सुरक्षित बनाए रखे हैं.
पानी हो या ज़मीन, भारतीय सेना के जवानों ने हमेशा अपने तेवरों से दुश्मनों की पतलून गीली की है और हम आशा करते हैं कि वे देश की रक्षा करते हुए खुद भी सुरक्षित रहें.