अनोखा चंद्रग्रहण – ग्रहण का हमेशा से ही बहुत महत्व रहा है, वैज्ञानिकों के लिए भी और ज्योतिषियों के लिए भी.
ये बात और है कि दोनों के लिए इसके मायने अलग होते हैं. ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक चंद्रग्रहण का अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग असर पड़ता है. कुछ के लिए ये शुभ तो कुछ के लिए अशुभ होती है. वैसे तो चंद्रग्रहण हमेशा ही होते रहते हैं, मगर इस बार 27 जुलाई को लगने वाला अनोखा चंद्रग्रहण बहुत खास माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि ये 21वीं सदी का सबसे लंबा खग्रास चंद्रग्रहण होगा.
आइए, आपको बताते हैं अनोखा चंद्रग्रहण उससे जुड़ी पूरी बातें.
ऐसा कहा जा रहा है कि 104 साल बाद 27 जुलाई को अनोखा चंद्रग्रहण लगने जा रहा है, जिसका चार राशियों पर खास असर रहेगा और इस दिन कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा. ज्योतिषियों का कहना है कि यह चंद्रग्रहण बेहद खास है. ऐसे में लोगों को बेहद सावधानी बरतनी होगी. इस चंद्रग्रहण को पूरे देश में देखा जा सकता है. ग्रहण 27 जुलाई की मध्य रात्रि में 11 बजकर 45 मिनट पर होगा और इसका मोक्ष काल यानी अंत 28 जुलाई की सुबह 2 बजकर 45 मिनट पर होगा. पंडितों की माने ग्रहण के प्रभाव से विनाशकारी भूकंप, सुनामी, चक्रवात, ज्वालामुखी विस्फोट एवं आगजनी की घटनाएं हो सकती हैं.
ज्योतिषियों के मुताबिक, ग्रहण का प्रभाव चार राशियों मेष, सिंह, वृश्चिक व मीन के लिए अच्छा रहेगा.
वहीं मिथुन, तुला, मकर और कुंभ के लिए यह अनोखा चंद्रग्रहण शुभ नहीं है. इन राशि वाले लोग ग्रहण के दौरान भगवान शिव और हनुमान की आराधना कर ग्रहण के बुरे प्रभाव से बच सकते हैं.
ज्योतिषियों के अनुसार, खग्रास चंद्रग्रहण का ग्रह गोचर के अनुसार अलग-अलग प्रभाव होगा. ग्रह गोचर में मकर राशि के केतु के साथ चंद्रमा का प्रभाव और राहु से उसका समसप्तक दृष्टि संबंध होना, युति कृत मान से कर्क राशि में राहु, सूर्य, बुध तथा मकर राशि में चंद्र, केतु, मंगल युति कृत दृष्टि संबंध होना, दो तरफा केंद्र योग का बनना और शनि व मंगल का वक्री होना अपने आप में विशेष घटना है. हालांकि यह अच्छा नहीं माना जाता है.
क्या करें और क्या न करें
सूर्यग्रहण में ग्रहण के 4 पहर पहले और चंद्र ग्रहण में 3 पहर पहले भोजन नहीं करना चाहिए. बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग डेढ़ प्रहर पहले तक खा सकते हैं. आप चाहे तो खाने की चीज़ो में कुश या तुलसी की पत्तियां डाल सकते हैं ये डालने से खाना दूषित नहीं होता. ग्रहण शुरू होने से खत्म होने तक कुछ खाना पीना चाहिए.
यदि आप भी ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचना चाहते हैं, तो पंडित जी की सलाह लेकर उसी के अनुरूप काम करें.