बात उन दिनों की है जब भारत गुलाम हुआ करता था. उन्हीं दिनों अंग्रेज एशिया के और देशों पर भी कब्ज़ा जमाने के इरादे से भारतीय सैनिकों का प्रयोग करते थे. ब्रिटिश लोग अच्छी तरह से जानते थे कि भारत में रहने वाले सिख लोग बहादुर होते हैं और अपनी आन-शान के लिए कुछ भी कर सकते हैं.
इसी क्रम 1897 में 21 भारतीय सिख सैनिकों की एक टुकड़ी को ब्रिटिश शासन ने अफगान के खैबर पख्तूनख्वा (सरगढ़ी) पर बनी चौकी पर भेजा गया था.