गोल्ड ईयर – कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरूआत कनाडा के हैमिलटन में साल 1930 में हुई थी।
इससे पहले इन गेम्स को इंपीरियल कांफ्रेंस के नाम से जाना जाता था । शुरूआत से अब तक इसमें शामिल होने वाले देशों की संख्या 53 है, तो कॉमनवेल्थ गेम्स में 22 खेल शामिल है। 1930 से लेकर अब तक इस खेल का 20 बार आयोजन किया जा चुका है और इस बार आयोजित 21वें कॉमनवेल्थ का आयोजन अस्ट्रेलिया के
कॉमनवेल्थ गेम्स के 53 देशों की लिस्ट में 2218 मेडल जीतकर अस्ट्रेलिया टॉप पर है, तो वही इस लिस्ट में 2008 मेडल के साथ इंगलैड दूसरे पायदान पर है। इसके अलावा 1473 मेडल्स के साथ तीसरे नंबर पर कनाडा है।
अब इस सूची में भारत के पद स्थान की बात की जाये तो अब तक के कॉमनवेल्थ के रिकॉड में यह साल भारत के लिए गोल्ड ईयर बनकर उभर रहा है। इस साल भारत के खिलाड़ियों ने खेल के 10वें दिन तक भारत की झोली में कुल 47 पदक जोड़ दिये है , जिसमें 20 गोल्ड, 13 सिल्वर और 14 ब्रॉन्ज शामिल है।
गोल्ड ईयर – भारत का गोल्डन आकंड़ा
भारत के एथलीटों ने पहले दिन ही शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को कुल 2 मेडल दिलाये, जिसमें एक गोल्ड और एक सिल्वर था। आपकों बता दे कि भारत को 21वें कॉमनवेल्थ खेलों का पहला गोल्ड मेडल वेटलिफ्टिंग में मिला। जिसे मीराबाई चानू ने कुल 196 किग्रा वजन उठाकर जीता था।
दूसरे दिन भी भारत ने वेटलिफ्टिंग में दो मेडल जीते, जिसमें एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज था। भारत के अब के चारों मेडल वेटलिफ्टिंग में ही रहे। इस आकड़े में भारत की झोली में दूसरा गोल्ड संजीता चानू के 53 किग्रा में दर्ज जीत के साथ आया।
21वें कॉमनवेल्थ खेल के तीसरे दिन भारत की झोली में 2 और गोल्ड आए। भारतीय वेटलिफ्टर राहुल और सतीश शिवलिंगम ने यह मेडल भारत के गोल्ड इयर के खाते में जोड़े।
तो वही कॉमनवेल्थ का 4 दिन भारत के लिए काफी शानदार साबित हुआ। चौथे दिन भारत ने तीन गोल्ड के साथ कुल 6 मेडल जीते, जिसमें तीन गोल्ड, 1 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज थे। भारतीय शूटर्स ने पहले दिन ही एक-एक गोल्ड और सिल्वर सहित कुल तीन मेडलों पर निशाना साथा तो वेटलिफ्टिरों ने भी गोल्ड और ब्रॉन्ज पर कब्जा किया।
पांचवा दिन भी भारत के गोल्ड ईयर की लिस्ट का खास दिन रहा। इस दिन भारत ने 3 गोल्ड अपने नाम किये, जिसमें मलेशिया को 16-9 के बड़े अंतर से हराते हुए साइना नेहवाल ने भारत को अलगा गोल्ड दिलाया। इसी के साथ जीतू राय की पिस्टल से खेलों के नए रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक निकाला व साथ ही बैडमिंटन की डबल टीम ने इतिहास रचते हुए तीन बार से लगातार चैंपियन रही मलेशिया जोड़ी को हराकर पहली बार इन खेलों में गोल्ड मेडल हासिल किया।
21वें गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ के छठे दिन भारत ने एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता। शूटर हिना सिद्धू ने गोल्ड मेडल पर निशाना साधा, तो सचिन चौधरी ने पैरा पावरलिफ्टिंग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
इसी के साथ 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स का आठवां दिन भारतीय पहलवानों के नाम रहा। भारत के पहलवानों ने रेसलिंग के पहले ही दिन दो गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज सहित कुल चार मेडल जीत भारत के गोल्ड की संख्या को बढ़ाते हुए 14 किया।
गेम्स का नौवां दिन भारत के लिए बेहद खास रहा। भारतीय खिलाड़ियों ने नौवें दिन तीन गोल्ड, चार सिल्वर और चार ब्रॉन्ज समेत कुल 11 मेडल जीते साथ ही कई खेलों के फाइनल्स में भी अपनी जगह पक्की की।
कॉमनवेल्थ गेम्स में शनिवार यानि 13 अप्रैल का दिन भी भारत के लिए काफी एतिहासिक रहा। खेल के10वें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने बेहद शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत की झोली में अब तक 6 गोल्ड सहित कुल 8 मेडल डाल दिए, जिसमें बॉक्सिंग में एमसी मैरी कॉम, गौरव सोलंकी, शूटिंग में संजीव राजपूत और भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीते। कुश्ती में भारत के सुमित (125 किलो) ने राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की फ्रीस्टाइल गेम में वॉकओवर मिलने के बाद गोल्ड मेडल जीता। पहलवान विनेश फोगाट में महिलाओं की 50 किलो फ्रीस्टाइल मुकाबले में गोल्ड अपने नाम किया।
गोल्ड ईयर – भारत के धुरंधरों का खेल प्रदर्शन देखते हुए यह बात साफ जाहिर है कि भारत का साल गोल्डन ईयर 2018 गोल्ड में अर्धश्तक के आकड़े के पार होगा।
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