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2017 में पाकिस्तान बदलने वाला है !

पाकिस्तान का अंत

जिसको मारे आतंकवाद उसको कौन टारे जनाब! आतंकवाद कहिये या पाकिस्तान दोनों एक ही जगह के नाम है।

आज के दौर मे जंहा लोंगो के बेडरूम तक कि सच्चाई सोशल मीडिया पर शेयर और लाइक होती है, उस युग मे पाकिस्तान समझता है वह आतंकवाद को अपनी माशुका की तरह छुपा कर दुनिया को बर्बाद कर सकता है।

सदियों से हम भारतीयों ने देवताओं और राक्षसों की कथाएं सुनी है। अब लगता  है उन राक्षसों का पुनर्जन्म आतंकवादीयों के रूप में हुआ है। इतिहास गवाह है राक्षसों का हमारे देवताओं ने सर्वनाश किया है।

यह बात तो तय है कि पाकिस्तान का अंत का कारण आतंकवाद ही होंगा। अब हमारा सब्र का बांध टुट रहा है और पाकिस्तान का नक्शा बदलने वाला है।

इतना तो मैं विश्वास से कह सकता हूँ कि इस बार भारत सर्जिकल स्ट्राइक कर के 100 – 200 को नही बल्कि हजारों आतंकवादियों को कब्र नसीब करेंगा।

पाकिस्तान को विकास और इंसानियत से कोई सरोकार नही, गुमनामी से बदनामी भली पाकिस्तान की बस यही विचारधारा है।

1947 और 2017 दोनों एतिहासिक साल रहेंगे। 1947 में भारत से पाकिस्तान का जन्म हुआ था और 2017 में भारत में उसके विलय की बारी है।