जब किसी अमीर कपल का तलाक होता है तो एलुमनी अमाउंट भी इतना ज़्यादा होता है कि आपके और हमारे जैसे लोगों के तो होश ही उड़ जाते हैं.
हाल ही में मशहूर फार्मा कंपनी कैडिला के चेयरमैन राजीव मोदी और उनकी पत्नी मोनिका गरवारे का तलाक हो गया। तलाक के बाद कोर्ट में ही राजीव मोदी ने पत्नी को 200 करोड़ दिए.
राजीव मोदी ने पत्नी मोनिका को तलाक के बाद एलुमनी अमाउंट के रूप में 200 करोड़ का ड्राफ्ट दिया.
पूरे गुजरात में ये अब तक की सबसे ज़्यादा एलुमनी है. राजीव और उनकी पत्नी के संबंध कई सालों से ठीक नहीं चल रहे थे. इसलिए पत्नी ने तलाक का फैसला कर लिया. तलाक का केस फैमिली कोर्ट में चल रहा था जहां अदालत ने राजीव मोदी को पत्नी को 200 करोड़ रुपए सैटेलमेंट अमाउंट के तौर पर देने का आदेश दिया, लेकिन इसके बाद मोनिका गरवारे का राजीव मोदी की किसी भी संपत्ति पर अधिकार नहीं होगा.
मोनिका के वकील ने बताया कि वो पहले ही पति की कंपनी कैडिला में सभी पदों से रिजाइन कर चुकी है और अब वह मोदी की किसी भी कंपनी में शेयर होल्डर नहीं है.
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले ही मोनिका ने राजीव पर पिटाई और उत्पीड़न आरोप लगाया था.
मोनिका ने पुलिस में दर्ज कराई थी कि राजीव पिछले तीन साल से उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर मोदी को समन भेजा. इस बीच दोनों के बीच आपसी सहमति से समझौता कराने की कोशिश की गई, लेकिन दोनों के बीच सब ठीक नहीं हुआ. इसके बाद दोनों के बीच 200 करोड़ रुपये पर तलाक की सहमति बनी और उन्होंने तलाक के लिए अर्जी दी थी.
फैमिली कोर्ट ने दोनों की तरफ से तलाक की अर्जी दिए जाने के बाद छह महीने का समय दिया.
ऐसा तलाक के हर केस में सुलह की गुंजाइश के लिए किया जाता है, लेकिन दोनों की तरफ से कोर्ट में यह साफ कर दिया गया कि उनके बीच रिश्ता 2012 में ही खत्म हो गया था और अब उनका साथ रहना मुश्किल है. कोर्ट ने इसके बाद तलाक की मंजूरी दे दी. तलाक की शर्त के अनुसार कोर्ट रूम में ही राजीव मोदी ने मोनिका को एलुमनी अमाउंट का 200 करोड़ रुपये का ड्रॉफ्ट दे दिया.
एलुमनी अमाउंट – जो लोग तलाक को पत्नी से पीछा छुड़ाने का आसान रास्ता मानते हैं, ये खबर पढ़ने के बाद दस बार सोचेंगे क्योंकि तलाक इतना आसान नहीं होता, न ही मानसिक रूप से और न ही आर्थिक रूप से.