सत्यम शिवम सुंदरम
सत्य ही शिव है शिव ही सुंदर है
शिव हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपुर्ण देवता है. शिव को अनेकों नाम से जाना जाता है. भोलेनाथ, महादेव,रूद्र,शंकर. शिव को संहार का देवता कहा जाता है. श्रावण मास शिव की पूजा के लिए विशेष समय है.
शिव सृष्टि के अंत और आरंभ का स्त्रोत है. वैसे तो शिव कल्याणकारी है पर साथ ही शिव को लय और प्रलय दोनों का देव माना जाता है. शिव की लिंग और मूर्ति दोनों रूपों में पूजा की जाती है. भारत में शिव के बहुत से मंदिर है जिनमें कुछ बहुत ही प्रसिद्ध और मान्यता प्राप्त है.इन मंदिरों में भी द्वादश ज्योतिर्लिंगों का महातम्य सबसे अधिक है.
इन ज्योतिर्लिंगों के बारे में कहा जाता है कि ये वो स्थान है जहाँ शिव स्वयं प्रकट हुए थे और इनके दर्शन से सब कष्ट दूर हो जाते है.
चलिए आज आपको बताते है महिमा ज्योतिर्लिंगों की
सोमनाथ
ये ज्योतिर्लिंग गुजरात में स्थित है. गुजरात के पाटन क्षेत्र में स्थित इस मंदिर के बारे में प्रसिद्ध है कि इसे बार बार धवस्त किया गया.
मल्लिकार्जुन
आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर श्री शैल पर्वत पर स्थित इस ज्योतिर्लिंग को दक्षिण का कैलाश भी कहा जाता है.
महाकालेश्वर
मध्य प्रदेश के उज्जैन ज़िले में स्थित है ये प्रसिद्ध ज्तोतिर्लिंग. साल भर यहाँ श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहता है.
औंकारेश्वर
मध्यप्रदेश में ही औंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग है, नर्मदा के तट पर मालवा के पास है ये ज्योतिर्लिंग. इस स्थान पर दो लिंग है जिनके बारे में कहा जाता है कि ये एक ही ज्योतिर्लिंग के दो भाग है.
केदारनाथ
उत्तराखंड में ऋषिकेश से 132 मील दूर स्थित है केदारनाथ . हिमाच्छादित पर्वतों के बीच है ये खूबसूरत ज्योतिर्लिंग. यहाँ लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते है.
भीमाशंकर
ये ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में स्थित है. नासिक से करीब 120 मील दूर भीमा पर्वत पर ये मंदिर है. कुछ लोगों का मानना है कि भीमाशंकर का स्थान गुवहाटी है वहीँ कुछ का मानना है की भीमाशंकर का स्थान नैनीताल के पास है.
काशी विश्वनाथ
काशी में स्थित ये सबसे प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक है. गंगा तट पर स्थित ये ज्योतिर्लिंग सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है.
त्रयम्बकेश्वर
महाराष्ट्र में स्थित ये दूसरा ज्योतिर्लिंग है नासिक के पास पंचवटी से 18 मील दूर ये ज्योतिर्लिंग गोदावरी के उद्गम स्थल पर है. यहाँ भी बहुत से श्रद्धालु हर वर्ष आते है.
वैद्यनाथ
झारखण्ड के देवघर में स्थित ये ज्योतिर्लिंग स्टेशन के पास चिताभूमि है. वैसे वैद्यनाथ नाम का एक शिव मंदिर महारास्त्र में भी है. पर मान्यता देवघर वाले बैद्यनाथ को ही दी जाती है.
नागेश्वर
वैसे तो नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात में है. पर अलग अलग ग्रंथों और अलग अलग लोगों के अनुसार इस ज्योतिर्लिंग का स्थान भिन्न भिन्न मानते है. कुछ लोग आंध्रप्रदेश में इसका स्थान मानते है तो वहीँ कुछ लोगों का मानना है कि इस ज्योतिर्लिंग का स्थान अल्मोड़ के पास स्थित है.
रामेश्वर
तमिलनाडु स्थित ये ज्योतिर्लिंग विश्वप्रसिद्ध है. इस मंदिर का गलियारा विश्व का सबसे बाद गलियारा है. समुद्र तट पर बने इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि श्री राम ने लंका पर चढ़ाई करने से पहले इस लिंग की स्थापना करके विजयी होने का आशीर्वाद प्राप्त किया था.
घ्रिष्नेश्वर
महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले में एल्लोरा की गुफाओं में स्थित ये ज्योतिलिंग ना सिर्फ एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है अपितु ये एक बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भी है.
ये थे भारत में स्थित 12 ज्योतिर्लिंग इनके बारे में एक एक करके विस्तृत जानकारी हम आपको आने वाले दिनों में देते रहेंगे.
तब तक के लिए भोले शंकर का स्मरण करते रहे. शिव की कृपा सब पर बरसे,
हर हर महादेव
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