हैडिंग पढ़कर आप भी हैरान हो गए ना.
लेकिन खबर सही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल नवंबर में जब से बड़े मूल्य के पुराने एक हजार और पांच सौ के नोट बंद किए हैं. उसके बाद से देश में 11 पूंजीपति अरबपति जो सूची से बाहर हो गये है.
अरबपति जो सूची से बाहर हो गये –
यानी देश के 11 अरबपति जो सूची से बाहर हो गये है.
हालांकि, इस दौरान देश में अरबपतियों की कुल संपदा में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है. रिलायंस के मुकेश अंबानी 26 अरब डालर की संपदा के साथ सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं. हाल में जारी एक अध्ययन में यह आंकड़ा सामने आया है.
अरबपति जो सूची से बाहर हो गये – यह अध्ययन ग्लोबल रिच लिस्ट इंडिया ने किया था.
उसके अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 132 अरबपति हैं, जिनकी कुल संपदा एक अरब डालर या अधिक है. कुल मिलाकर भारत में अरबपतियों की कुल संपत्ति 392 अरब डॉलर आंकी गई है.
लेकिन रिपोर्ट में एक और आश्चर्य करने वाला डेटा भी है. जिसमें बताया गया है कि नोटबंदी के बाद देश में अरबपतियों की संख्या में कमी आई है लेकिन उनकी कुल संपत्ति पिछले साल की तुलना में 16 प्रतिशत बढ़ी है.
शीर्ष दस सबसे अमीर लोगों की सूची में जिन लोगों के नाम हैं उनमें अंबानी के बाद 14 अरब डालर की संपदा के साथ एसपी हिंदुजा और परिवार दूसरे स्थान पर है. 14 अरब डालर की संपत्ति के साथ दिलीप सांघवी तीसरे स्थान पर हैं.
अन्य लोगों में 12 अरब डालर की संपदा के साथ पल्लोनजी मिस्त्री – चौथे लक्ष्मी निवास मित्तल पांचवे (12 अरब डालर) शिव नादर छठे (12 अरब डालर), साइरस पूनावाला सातवें (11 अरब डालर), अजीम प्रेमजी आठवें (9.7 अरब डालर), उदय कोटक नौवें (7.2 अरब डालर) और डेविड रच्च्बेन और साइमन रच्च्बेन दसवें (6.7 अरब डालर) स्थान पर हैं.
इसके अलावा रिपोर्ट का ओर दिलचस्प पहलू भी है. उसमें कहा गया है कि नोटबंदी के बाद देश में अरबपतियों की जो सूची है उसमें मुंबई में 42, दिल्ली में 21 और अहमदाबाद में 9 अरबपति हैं. जबकि मुंबई सहित महाराष्ट्र के आंकड़े को यदि एक साथ मिला दिया जाए तो वहां कुल मिला कर सबसे अधिक 51 अरबपति है.
इस तरह से 11 अरबपति जो सूची से बाहर हो गये है