कल के दिन पिछली सदी के सबसे निर्दयी व्यक्ति का जन्मदिन था.
कल के दिन यानी 20 अप्रैल के दिन जर्मनी के तानाशाह रह चुके एडोल्फ़ हिटलर का जन्मदिन था.
हम आपके सामने, एडोल्फ हिटलर के बारे में कुछ ऐसी चीज़ें पेश करेंगे जिन्हें आप बिलकुल नहीं जानते हैं.
हिटलर के बारे में 10 ऐसी चीज़ें जो आपको अचरज में डाल देंगी.
1. एडोल्फ हिटलर का असली नाम
एडोल्फ हिटलर का असली नाम था ’एडोल्फ शिकल्ग्रुबर’, हिटलर के पिता ने 1877 में अपना आखिरी नाम, ‘शिकाल्ग्रुबर’ से बदलकर ‘हिटलर’ रख दिया.
2. हिटलर का पहला प्यार.
हिटलर का पहला प्यार एक यहूदी लड़की थी, लेकिन उससे बात करने की हिटलर की हिम्मत नहीं हुई.
3. कन्सेंट्रेशन कैंप.
एडोल्फ हिटलर अपने जीवन काल में किसी भी कन्सेंट्रेशन कैंप में नहीं गया.
4. बाल-बाल बचा.
हिटलर को 4 साल की उम्र में एक पाद्री ने पानी में डूबने से बचाया था.
5. एंटी-स्मोकिंग कैम्पेन.
सदी के सबसे पहले ‘एंटी-स्मोकिंग कैंपेन’ की शुरुआत, एडोल्फ हिटलर ने ही करवाई थी.
6. शाकाहारी.
एडोल्फ हिटलर एक ‘शाकाहारी’ था और उसने पशु ह्त्या के खिलाफ कई कड़े नियम बनाए थे.
7. फिर से बाल-बाल बचा.
पहले विश्व युद्ध के दौरान एक अंग्रेजी सैनिक ने एक ज़ख़्मी जर्मन सैनिक को दया के मारे जीने के लिए छोड़ दिया. वह जर्मन सैनिक एडोल्फ हिटलर था!
8. नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित.
एडोल्फ हिटलर को सन 1939 में, ‘नोबेल शान्ति पुरस्कार’ के लिए नामांकित किया गया था.
9. हिटलर की मूंछ.
हिटलर, चार्ली चैपलिन का बहुत बड़ा प्रशंसक था. चार्ली चैपलिन की मूंछे उसे भा गईं और इस लिए हिटलर भी उन्ही की तरह मूंछे रखने लगा.
10. बिल्लियों से डर.
सिकंदर महान, नेपोलियन, मूसोलिनी और हिटलर, सभी ऐलुरोफोबिया(बिल्लियों से डर) से ग्रस्त थे.
यह थीं एक महाक्रूर तानाशाह के बारे में कुछ ऐसी बातें जिन्हें काफी लोग शायद नहीं जानते. ज़ाहिर तौर पर उसने कई ऐसी चीज़ें की जिसकी वजह से लोग उसे कभी माफ़ नहीं कर सकते, लेकिन था तो वह भी एक इंसान ही.
वेश्याओं के रेड लाइट इलाके में हर रोज़ सजती है जिस्मफरोशी की मंडी. इस मंडी…
संघर्ष करनेवालों की कभी हार नहीं होती है. जो अपने जीवन में संघर्षों से मुंह…
वैष्णों देवी माता का मंदिर कटरा से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.…
धन-दौलत की चाह रखनेवाले हमेशा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. माता लक्ष्मी…
साल के बारह महीनों में रमज़ान का महीना मुसलमानों के लिए बेहद खास होता है.…
उज्जैन के क्षिप्रा नदी के पूर्वी किनारे पर बसा है उज्जैन के राजा महाकालेश्वर का…