3. एक बार मिलने के लिए, घंटों का घर के नीचे इंतज़ार
रूठी थी जान महीने से, ना मिलना होता था और ना वो बात करती थी. अब ऐसे में तो कोई चारा बचता ही नहीं है. लेकिन एक मुलाक़ात जरूरी होती है सनम.
आकाश का इंदु से मिलना बहुत जरुरी था, तो क्या था हमारे भाई चले गये उनके घर के नीचे और घंटों किया इंतज़ार, फिर हुई एक मुलाक़ात तो दोनों कुछ बोल बोले तो नहीं बस आसुओं से जता दिया अपना प्यार. आज दोनों की शादीशुदा जिंदगी है.