3. पंचमुख आंजनेयर हनुमान, (तमिलनाडू)
हनुमान जी यहाँ पंच मुख में आपको दर्शन देते हैं. मंदिर की महिमा इतनी है कि जब भारत के कोने-कोने से लोग यहाँ दर्शनों के लिए आते हैं.
प्रचलित कथाओं के अनुसार जब अहिरावण तथा उसके भाई महिरावण ने श्री राम जी को लक्ष्मण सहित अगवा कर लिया था, तब प्रभु श्री राम को ढूँढ़ने के लिए हनुमान जी ने पंचमुख रूप धारण कर इसी स्थान से अपनी खोज प्रारम्भ की थी और बाद में इन दोनों का वध भी किया था.
मंदिर में आने से आपके सारे बिगड़े काम एक पल में बनना शुरू हो जाते हैं.