दूसरों का मन – सामने वाला आपके बारे में क्या सोच रहा है या उसके मन में आपको लेकर क्या विचार आ रहे हैं इसका पता लगाना किसी भी व्यक्ति के लिए बेहद मुश्किल काम हो सकता है.
लेकिन अगर कोई व्यक्ति इस प्रक्रिया के बारे में जान ले तो वह दूसरों का मन पढ़ सकता है – उसे हाजिरजवाबी से कम नहीं माना जाता.
मनुष्य अगर इस कला में महारथ हासिल कर लेता है जो जीवन के हर क्षेत्र में उसे कामयाबी ही मिल सकती है. वो व्यक्ति जीवन की हर परिस्थिति को मोड़कर अपने अनुकूल ढाल सकता है.
हर कोई चाहता है कि जिससे भी उसकी कोई मीटिंग या डीलिंग होनी है, वो क्या चाहता है या उस बिषय पर उसकी क्या प्रतिक्रिया रहेगी, इसका वो पहले ही अंदाजा लगा ले.
आज के इस लेख में यंगिस्तान आपको बताएगा कि दूसरों का मन कैसे पढ़ा जाता है – सामनेवाले के मन में चल रही बातों का पता लगा सकते हैं –
दूसरों का मन पढना –
स्वयं को स्थिर और शांत रखें
किसी भी अन्य व्यक्ति के मन की बात जानने के लिए पहले आपको अपने मन को शांत और स्थिर करने की जरुरत होती है. ऐसा करने से आप अपना पूरा ध्यान उस व्यक्ति के हाव-भाव और बातों पर लगा पाएंगे. अगर आप का खुद का मन शांत और स्थिर नहीं होगा या इधर-उधर की बातों में लगा रहेगा तो आप सामने वाले व्यक्ति के मन का ज़रा सा भी अंदाजा नहीं लगा पाएंगे.
अपना ध्यान ना भटकने दें
यदि आप किसी व्यक्ति के भीतर झांकना चाहते हैं तो आपको पहले उन्हें बाहर से समझना होगा जिसके लिए आपको उनके हाव-भाव और शारीरिक चेष्टाओं पर ध्यान लगाना पड़ेगा. आपकी बातों का सामने वाले व्यक्ति पर दो प्रकार से प्रभाव पड़ सकता है जिस से आप जान सकते हैं कि आखिर वो आपकी बातों को किस तरह लेता है –
सकरात्मक असर – अगर सामने वाले व्यक्ति के हाव-भाव और शारिरीक चेष्टाएं शांत और मधुर हैं और वह व्यक्ति आपकी बातों को ध्यानपूर्वक सुन रहा है तो समझिए उसको आपकी बात पसंद आ रही है.
नकरात्मक असर – किन्तु अगर उसके चेहरे पर गंभीरता नज़र आती है या आँखों में अस्थिरता है तो उस व्यक्ति की इन शारीरिक चेष्टाओं से आप समझिएगा किउसे आपकी बात बिल्कुल भी प्संद नही आ रही है.
स्वाभाविक चेष्टाएं
खुशी – यदि सामने वाला व्यक्ति आपको देखकर मुस्कुराते हुए देख रहा हो या उसका चेहरा बिल्कुल शांत और स्थिर हो तो इसका मतलब है कि उन्हें आपकी बात सुनना अच्छा लग रहा है और वह काफी खुश प्रतीत हो रहे हैं.
गुस्सा – अगर आप किसी व्यक्ति से बात कर रहे हैं और उसकी आँखों की भौंहें चढ़ी हुई हैं, चेहरे के हाव-भाव उग्र दिखाई दे रहे हैं तो यह बात साफ है कि सामने वाले व्यक्ति को आपकी बात पर गुस्सा आ रहा है.
आपकी बातें सुनकर यदि किसी व्यक्ति को गुस्सा आ रहा है और आप ऐसा नही चाहते हैं तो आप अपनी बातों का रुख दूसरी दिशा में मोड़कर सामने वाले व्यक्ति की प्रतिक्रिया को अपने अनुरूप मोड़ सकते हैं.
ज़रा सा ध्यान देकर हम दूसरे व्यक्ति के मन की बात को जान सकते हैं और उसको अपने व्यवहार में परिवर्तन लाकर सकारात्मक दिशा भी प्रदान कर सकते हैं. इस तरह दूसरों के मन की बात जानने वाला व्यक्ति हर क्षेत्र में सफलता हासिल करता है.
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